चलो चलते हैं बांटे इक ऐसी मिठाई ………………………!
इस दिवाली ….
आओ कुछ दीप ऐसे जलाएं …..
मिटे नफरत दिलों की ………………
मिले हँसी जो लबों को ….
ठहरे उम्र भर उस पे …………
दिये ऐसे जलाएं आओ ………..
कर दे ख़ाक वो ग़ुरबत ……………..
चलें सब साथ में मिल के ………………..
करें अब खूब वो उल्फत ……………………..…
बिना सोचे कि वो है कोई हिंदू या मुसलमान …….
सिख या ईसाई ……………………..……………….
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